सेलिना जेटली ने NICU शिशुओं और उनके प्रियजनों को भावपूर्ण सांत्वना दी
सेलिना जेटली ने NICU शिशुओं: मशहूर अभिनेत्री और पूर्व मिस इंडिया सेलिना जेटली ने हाल ही में एक मार्मिक संदेश साझा किया, जो एनआईसीयू (नियोनेटल इंटेंसिव केयर यूनिट) में भर्ती शिशुओं और उनके परिवारों के लिए था। इस संदेश में उन्होंने अपने निजी जीवन के एक बेहद दर्दनाक अनुभव का उल्लेख किया और सभी पीड़ित परिवारों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त की।
व्यक्तिगत नुकसान और संवेदना
सेलिना जेटली ने एक भावुक नोट में अपने दिवंगत बेटे शमशेर को याद किया, जो जन्मजात हृदय रोग के कारण दुनिया को अलविदा कह गए। उन्होंने बताया कि कैसे उनका दूसरा बेटा, आर्थर, जो शमशेर का जुड़वां भाई था, भी उस समय एनआईसीयू में था। इस कठिन समय में सेलिना ने महसूस किया कि एनआईसीयू में भर्ती शिशुओं और उनके परिवारों के दर्द को शायद ही कोई शब्दों में बयां कर सके।
उनकी यह साझा कहानी उस गहरे दुःख की ओर इशारा करती है जिससे वे गुजरीं और कैसे उन्होंने उम्मीद का दामन थामा रखा। यह संदेश उन सभी माता-पिताओं के लिए भी था, जो एनआईसीयू में अपने नवजातों के साथ समय बिता रहे हैं।
एनआईसीयू का अनुभव और संघर्ष
सेलिना ने अपने बेटे शमशेर के जन्मजात हृदय रोग से संघर्ष का अनुभव साझा करते हुए बताया कि किस प्रकार उनके जुड़वां बेटे आर्थर ने जीवन की जंग जीत ली। उन्होंने डॉक्टरों और एनआईसीयू नर्सों की सराहना की, जिन्होंने उनके बेटे को बचाने के लिए अथक प्रयास किया। सेलिना का संदेश उन सभी माता-पिताओं के लिए था, जो अपने शिशुओं के स्वास्थ्य को लेकर चिंता में डूबे होते हैं।
उन्होंने कंगारू केयर और स्तनपान के महत्व को रेखांकित किया, जो समय से पहले जन्मे शिशुओं की देखभाल में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। सेलिना ने उम्मीद जताई कि हर माता-पिता को यह विश्वास होना चाहिए कि उनका शिशु एक दिन स्वस्थ होकर उनके साथ घर लौटेगा।
उम्मीद की किरण
सेलिना ने अपने संदेश में यह भी बताया कि बहुत से समय से पहले जन्मे बच्चे बड़े होकर एक सामान्य और सफल जीवन जीते हैं। उन्होंने महान व्यक्तित्वों जैसे विंस्टन चर्चिल और अल्बर्ट आइंस्टीन का उदाहरण दिया, जो समय से पहले जन्मे थे, फिर भी दुनिया के सबसे सफल लोगों में से एक बने। उनका यह संदेश इस बात का प्रतीक था कि जीवन की शुरुआत चाहे जितनी भी चुनौतीपूर्ण हो, उसमें सुधार की संभावनाएं हमेशा मौजूद होती हैं।
माता-पिता के लिए प्रेरणा
सेलिना का यह संदेश उन माता-पिताओं के लिए भी था, जो एनआईसीयू में अपने शिशुओं के साथ कठिन समय बिता रहे हैं। उन्होंने कहा कि हालांकि यह अनुभव बेहद कठिन होता है, लेकिन हर माता-पिता को यह जानकर राहत मिलनी चाहिए कि वे अकेले नहीं हैं। उन्होंने इस मुश्किल समय में उम्मीद और धैर्य रखने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि प्यार, देखभाल और विश्वास से बड़े से बड़े चमत्कार हो सकते हैं।
सेलिना जेटली का मातृत्व सफर
सेलिना ने अपने मातृत्व के सफर की झलक भी साझा की। उन्होंने बताया कि कैसे उन्होंने अपने जुड़वां बेटों के साथ यह मुश्किल समय बिताया और कैसे वे इस अनुभव से मजबूत बनीं। उनकी यह यात्रा हर उस माता-पिता के लिए एक प्रेरणा है, जो एनआईसीयू में अपने बच्चों के साथ संघर्ष कर रहे हैं।
सोशल मीडिया पर प्रतिक्रिया
सेलिना जेटली के इस संदेश को सोशल मीडिया पर भारी प्रतिक्रिया मिली। उनके प्रशंसकों और अन्य माता-पिताओं ने इस संवेदनशील संदेश को सराहा और अपनी भावनाएं व्यक्त कीं। यह संदेश न केवल एनआईसीयू में भर्ती शिशुओं और उनके परिवारों के लिए था, बल्कि हर उस व्यक्ति के लिए था जो जीवन में कठिन समय का सामना कर रहा है।
सेलिना का फिल्मी करियर
सेलिना जेटली को फिल्म इंडस्ट्री में उनके अद्वितीय योगदान के लिए भी जाना जाता है। उन्होंने 'जानशीन', 'नो एंट्री', 'अपना सपना मनी मनी', 'गोलमाल रिटर्न्स' और 'थैंक यू' जैसी फिल्मों में काम किया है। उनका फिल्मी सफर उतार-चढ़ाव भरा रहा है, लेकिन उन्होंने हमेशा अपने फैंस के दिलों में एक खास जगह बनाई है।
निष्कर्ष
सेलिना जेटली का यह संवेदनशील संदेश एनआईसीयू शिशुओं और उनके परिवारों के प्रति एक गहरी संवेदना व्यक्त करता है। उनके इस अनुभव ने उन सभी लोगों को प्रेरित किया है, जो जीवन में कठिन समय का सामना कर रहे हैं। उनका यह संदेश न केवल माताओं और पिताओं के लिए था, बल्कि हर उस व्यक्ति के लिए था, जो जीवन की चुनौतियों का सामना कर रहा है।
सेलिना जेटली का यह संदेश यह साबित करता है कि जीवन में चाहे कितनी भी कठिनाइयाँ हों, उम्मीद और धैर्य से हर मुश्किल को पार किया जा सकता है। उनके इस संदेश ने लोगों के दिलों को छू लिया और उन्हें जीवन में सकारात्मकता के साथ आगे बढ़ने की प्रेरणा दी।
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