टाटा स्टील जमशेदपुर में भीषण आग, बचाव कार्य जारी: लाखों का नुकसान, कोई हताहत नहीं

टाटा स्टील जमशेदपुर में भीषण आग

जमशेदपुर, 20 सितंबर 2024 –टाटा स्टील जमशेदपुर में भीषण आग:  झारखंड के औद्योगिक शहर जमशेदपुर में स्थित टाटा स्टील संयंत्र में गुरुवार को एक भीषण आग लग गई, जिससे करोड़ों का नुकसान हुआ। हालांकि राहत की बात यह है कि इस घटना में किसी के हताहत होने की खबर नहीं है। आग पर काबू पाने के लिए दमकल कर्मियों की टीम ने कड़ी मशक्कत की, और संयंत्र के अंदर का उत्पादन फिलहाल ठप कर दिया गया है। इस घटना से पूरे शहर में चिंता की लहर दौड़ गई है।

कैसे लगी आग?

सूत्रों के अनुसार, यह आग संयंत्र के कोक प्लांट सेक्शन में लगी थी। प्रारंभिक जांच में यह सामने आया है कि आग की शुरुआत कोक ओवन में अत्यधिक तापमान बढ़ने के कारण हुई, जिससे एक के बाद एक कई यूनिट्स में आग फैल गई। हालांकि, संयंत्र के कर्मचारियों ने तुरंत इस आग पर काबू पाने की कोशिश की, लेकिन आग की भीषणता के कारण वे सफल नहीं हो सके।

स्थानीय अधिकारियों का कहना है कि संयंत्र में मौजूद सुरक्षा उपायों के बावजूद इस तरह की आग लगने की संभावना हमेशा बनी रहती है, क्योंकि कोक ओवन में तापमान बहुत ज्यादा होता है। फिलहाल, आग लगने के सटीक कारणों की जांच की जा रही है और अधिकारियों ने इस घटना के पीछे किसी भी तरह की लापरवाही की संभावना से इनकार नहीं किया है।

आग बुझाने में चुनौती

आग बुझाने के लिए स्थानीय दमकल विभाग की 10 से अधिक गाड़ियाँ घटनास्थल पर तैनात की गईं। साथ ही, टाटा स्टील के आंतरिक सुरक्षा कर्मियों और फायर ब्रिगेड टीम ने भी मोर्चा संभाला। आग पर काबू पाने में कई घंटे लग गए, क्योंकि संयंत्र के अंदर अत्यधिक गर्मी और धुएं के कारण बचाव कार्य में बाधा आ रही थी।

जमशेदपुर के दमकल प्रमुख ने बताया कि यह आग अत्यधिक गर्मी के कारण लगी थी, और संयंत्र की संरचना के कारण इसे बुझाना बेहद कठिन था। "कोक ओवन से निकलने वाला धुआं बहुत ही घातक हो सकता है, इसलिए हमें बेहद सतर्कता से काम करना पड़ा," उन्होंने कहा।

कर्मचारियों को सुरक्षित निकाला गया

आग लगने के समय संयंत्र में सैकड़ों कर्मचारी मौजूद थे, लेकिन संयंत्र प्रशासन और सुरक्षा कर्मियों ने उन्हें सुरक्षित रूप से बाहर निकाल लिया। संयंत्र के प्रवक्ता ने बताया कि सभी कर्मचारियों को तुरंत आग लगने की सूचना दे दी गई थी और उन्हें संयंत्र से सुरक्षित निकाल लिया गया।

कई कर्मचारियों ने बताया कि जब आग लगी, तो संयंत्र के अंदर अफरा-तफरी का माहौल था, लेकिन संयंत्र प्रशासन ने समय रहते उन्हें बाहर निकालने में सफलता हासिल की। इस दौरान किसी भी कर्मचारी को गंभीर चोटें नहीं आईं, हालांकि कुछ कर्मचारियों को धुएं के कारण हल्की सांस की परेशानी का सामना करना पड़ा।

नुकसान का आकलन

आग से हुए नुकसान का आकलन किया जा रहा है, लेकिन प्रारंभिक रिपोर्ट्स के अनुसार, यह करोड़ों रुपए का हो सकता है। संयंत्र के महत्वपूर्ण मशीनरी और उपकरणों को काफी नुकसान हुआ है, और इससे उत्पादन पर भी प्रभाव पड़ेगा।

विशेषज्ञों का मानना है कि टाटा स्टील के कोक प्लांट सेक्शन में लगी इस आग से कंपनी को बड़े वित्तीय झटके का सामना करना पड़ सकता है। हालांकि, टाटा स्टील ने आश्वासन दिया है कि संयंत्र की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं और जल्द ही उत्पादन को वापस पटरी पर लाया जाएगा।

स्थानीय प्रशासन की प्रतिक्रिया

जमशेदपुर के जिला प्रशासन ने इस घटना को गंभीरता से लिया है और टाटा स्टील के अधिकारियों से इस संबंध में रिपोर्ट मांगी है। जमशेदपुर के उपायुक्त ने कहा कि "हमारी प्राथमिकता यह सुनिश्चित करना है कि संयंत्र के आसपास के इलाकों में रहने वाले लोगों को कोई खतरा न हो।"

इसके साथ ही, प्रशासन ने संयंत्र के आसपास के क्षेत्रों में सतर्कता बरतने की सलाह दी है, ताकि किसी भी आपातकालीन स्थिति में तुरंत कार्रवाई की जा सके। स्थानीय निवासियों में भी इस घटना को लेकर चिंता का माहौल है, क्योंकि टाटा स्टील संयंत्र शहर की पहचान का हिस्सा है।

कंपनी का बयान

टाटा स्टील ने इस घटना पर एक आधिकारिक बयान जारी किया है, जिसमें कहा गया है कि "हमारे संयंत्र में लगी आग की जांच की जा रही है, और हम यह सुनिश्चित कर रहे हैं कि भविष्य में ऐसी कोई घटना न हो। हमारे सभी कर्मचारी सुरक्षित हैं और हमने संयंत्र में लगे सभी सुरक्षा उपायों का पालन किया है।"

कंपनी ने यह भी कहा कि वह आग से हुए नुकसान का आकलन कर रही है और जल्द ही संयंत्र के उत्पादन को पुनः शुरू करने की योजना पर काम कर रही है। "हम स्थानीय प्रशासन और दमकल विभाग के साथ मिलकर काम कर रहे हैं और यह सुनिश्चित कर रहे हैं कि संयंत्र की सभी सुरक्षा व्यवस्था का पालन हो," कंपनी के प्रवक्ता ने कहा।

अभी भी जारी है जांच

इस भीषण आग के कारणों की जांच अभी भी जारी है, और अधिकारियों का कहना है कि वे सभी संभावित कारणों की जांच करेंगे। साथ ही, संयंत्र के सुरक्षा प्रोटोकॉल की भी समीक्षा की जाएगी, ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं को रोका जा सके।

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निष्कर्ष

टाटा स्टील जमशेदपुर में लगी यह आग एक बड़ी औद्योगिक दुर्घटना है, जिससे करोड़ों रुपए का नुकसान हुआ है। हालांकि, सुरक्षा कर्मियों और दमकल विभाग की तत्परता से एक बड़ी त्रासदी टल गई और किसी भी जानमाल का नुकसान नहीं हुआ। आग पर काबू पा लिया गया है, लेकिन यह घटना हमें यह सिखाती है कि औद्योगिक क्षेत्रों में सुरक्षा के मानकों को और भी कड़ा करने की आवश्यकता है।

जमशेदपुर में टाटा स्टील संयंत्र शहर के लोगों के लिए रोजगार और उद्योग का एक बड़ा केंद्र है, और इस घटना के बाद सभी की निगाहें इस पर हैं कि संयंत्र कितनी जल्दी वापस अपने सामान्य संचालन में लौट सकेगा।

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